॥ श्री कालभैरव की आरती ॥
“श्री कालभैरव जी की आरती” एक अत्यंत शक्तिशाली और दिव्य आरती है, जो भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव को समर्पित है। इस आरती का पाठ करने से भय, बाधा, शत्रु और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा मिलती है। भक्त इसे विशेष रूप से रविवार या अष्टमी के दिन करते हैं, जिससे जीवन में बल, बुद्धि और विजय की प्राप्ति होती है। आरती के माध्यम से काल भैरव जी की कृपा से आत्मविश्वास, साहस और आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि होती है।
श्री कालभैरव की आरती हिन्दी में (Kaal Bhairav Ji Aarti in Hindi)
जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा ।
जय काली और गौर देवी कृत सेवा ॥
॥ जय भैरव देवा…॥
तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक ।
भक्तो के सुख कारक भीषण वपु धारक ॥
॥ जय भैरव देवा…॥
वाहन श्वान विराजत कर त्रिशूल धारी ।
महिमा अमित तुम्हारी जय जय भयहारी ॥
॥ जय भैरव देवा…॥
तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होवे ।
चौमुख दीपक दर्शन दुःख खोवे ॥
॥ जय भैरव देवा…॥
तेल चटकी दधि मिश्रित भाषावाली तेरी ।
कृपा कीजिये भैरव, करिए नहीं देरी ॥
॥ जय भैरव देवा…॥
पाँव घुँघरू बाजत अरु डमरू दम्कावत ।
बटुकनाथ बन बालक जल मन हरषावत ॥
॥ जय भैरव देवा…॥
बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावे ।
कहे धरनी धर नर मनवांछित फल पावे ॥
॥ जय भैरव देवा…॥
श्री कालभैरव की आरती अंग्रेजी में (Kaal Bhairav Ki Aarti in English)
Jai Bhairav Deva, Prabhu Jai Bhairav Deva
Jai Kaali Aur Gaur Devi Krit Seva
॥ Jai Bhairav Deva… ॥
Tumhi Paap Uddhaarak Dukh Sindhu Taarak
Bhakto Ke Sukh Kaarak Bheeshan Vapu Dhaarak
॥ Jai Bhairav Deva… ॥
Vaahan Shvaan Viraajat Kar Trishool Dhaari
Mahima Amit Tumhaari Jai Jai Bhaya-haari
॥ Jai Bhairav Deva… ॥
Tum Bin Deva Seva Safal Nahin Hove
Chaumukh Deepak Darshan Dukh Khove
॥ Jai Bhairav Deva… ॥
Tel Chatki Dadhi Mishrit Bhaashaavali Teri
Kripaa Keejiye Bhairav, Kariye Nahin Deri
॥ Jai Bhairav Deva… ॥
Paav Ghungroo Baajat Aru Damru Damkaavat
Batuknaath Ban Baalak Jal Man Harshaavat
॥ Jai Bhairav Deva… ॥
Batuknaath Ji Ki Aarti Jo Koi Nar Gaave
Kahe Dharani Dhar Nar Manvaanchhit Phal Paave
॥ Jai Bhairav Deva… ॥
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श्री काल भैरव आरती – FAQ
1. श्री काल भैरव आरती क्या है?
श्री काल भैरव आरती भगवान काल भैरव की स्तुति और पूजा का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसे श्रद्धा से गाने पर भक्तों को भय, संकट और दोषों से मुक्ति मिलती है।
2. श्री काल भैरव आरती कब गाई जाती है?
काल भैरव जयंती, रविवार या विशेष रूप से अष्टमी तिथि को आरती करना शुभ माना जाता है। आप इसे प्रतिदिन संध्या या पूजा के समय भी गा सकते हैं।
3. काल भैरव की आरती से क्या लाभ होता है?
काल भैरव की आरती करने से शत्रु बाधा, भूत-प्रेत दोष, काल सर्प दोष और भय से मुक्ति मिलती है। यह भक्त के जीवन में सुरक्षा और शक्ति प्रदान करती है।
4. काल भैरव आरती कौन-सी भाषा में उपलब्ध है?
काल भैरव आरती हिंदी, संस्कृत, मराठी और कई भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे सभी भक्त इसे अपनी भाषा में गा सकते हैं।
5. क्या काल भैरव की आरती ऑनलाइन सुन सकते हैं?
हाँ, यूट्यूब, गाना, स्पॉटीफाय जैसे प्लेटफॉर्म्स पर काल भैरव की आरती उपलब्ध है जिसे आप ऑनलाइन सुन सकते हैं।
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