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मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया लिरिक्स

मैं हूँ शरण में तेरी, संसार के रचैया, कश्ती मेरी लगादो, उस पार ओ कन्हैया… मेरी अरदास सुन लीजै, प्रभु सुध आन कर लीजै, दरश एक बार तो दीजै, मैं समझूंगा श्याम रीझे, पतवार थाम लो तुम, मझधार मैं है नैया ॥1॥ मैं हूँ शरण में तेरी…. भगत बेचैन हँ तुम बिन, तरसते नैन है […]

खाटू वाले का यह दरबार है मांगलो जिसको जो दरकार है लिरिक्स

तर्ज- साजन मेरा उस पार है… दोहा- देवता मैंने जहाँ में, श्याम सा देखा नहीं। हैं बहुत दरबार लेकिन, श्याम के जैसा नहीं ॥ है निराला द्वारा इसका, है निराला देवता । मांग सकते हो तो मांगो, झोलियां है भर देयता ॥ खाटू वाले का यह दरबार है, मांगलो जिसको जो दरकार है…. संकट मिटते […]